### सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) हिंदी में
सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक बचत योजना है, जिसका उद्देश्य माता-पिता को उनकी बेटियों के भविष्य की शिक्षा और विवाह के खर्चों के लिए बचत करने के लिए प्रोत्साहित करना है। "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" अभियान के हिस्से के रूप में शुरू की गई, यह योजना आकर्षक ब्याज दरों और कर लाभ प्रदान करती है। यहाँ इस योजना की कुछ मुख्य विशेषताएं और लाभ दिए गए हैं:
### मुख्य विशेषताएं
1. **पात्रता**:
- यह खाता 10 वर्ष तक की आयु की बालिकाओं के लिए खोला जा सकता है।
- प्रत्येक बालिका के लिए केवल एक खाता खोला जा सकता है, और एक परिवार में अधिकतम दो खाते खोले जा सकते हैं।
2. **जमा सीमा**:
- न्यूनतम वार्षिक जमा राशि ₹250 है।
- अधिकतम जमा सीमा प्रति वित्तीय वर्ष ₹1.5 लाख है।
3. **ब्याज दर**:
- ब्याज दर सरकार द्वारा तिमाही आधार पर संशोधित की जाती है। यह आमतौर पर अन्य छोटी बचत योजनाओं की तुलना में अधिक होती है।
4. **अवधि**:
- खाता खोलने की तारीख से 21 वर्षों तक वैध रहता है।
- पहले 15 वर्षों तक जमा करना आवश्यक है, उसके बाद खाता परिपक्वता तक ब्याज अर्जित करता है।
5. **आंशिक निकासी**:
- खाता धारक के 18 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद उच्च शिक्षा के खर्चों के लिए खाता में जमा राशि का 50% तक निकाला जा सकता है।
6. **समय से पूर्व बंद करना**:
- खाते को विशेष परिस्थितियों में जैसे खाता धारक की मृत्यु, जानलेवा बीमारियों, या सरकार द्वारा अनुमोदित अन्य विशेष स्थितियों में समय से पहले बंद किया जा सकता है।
### कर लाभ
1. **छूट**:
- सुकन्या समृद्धि खाते में जमा की गई राशि आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80सी के तहत कर छूट के लिए पात्र होती है।
- अर्जित ब्याज और परिपक्वता राशि कर मुक्त होती है।
### खाता कैसे खोलें
1. **कहाँ खोलें**:
- यह खाता किसी भी मान्यता प्राप्त बैंक या डाकघर में खोला जा सकता है।
2. **आवश्यक दस्तावेज़**:
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र।
- माता-पिता/अभिभावक का पहचान और पता प्रमाण।
- बालिका और माता-पिता/अभिभावक की हाल की तस्वीर।
सुकन्या समृद्धि योजना का उद्देश्य संगठित बचत और वित्तीय योजना के माध्यम से बालिकाओं के भविष्य की शिक्षा और विवाह की आवश्यकताओं के लिए सुरक्षित भविष्य प्रदान करना है।
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